Public Hearing : प्रवेश से वंचित 9 छात्रों का कॉलेज में कराया प्रवेश, महिला मजदूरों के बीच बैठकर खाई दाल-रोटी

देवली खुर्द में शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री के मदन दिलावर की जनसुनवाई,

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जयपुर. (Public Hearing) सरकार आपके द्वार समस्या समाधान शिविर के अंतर्गत शुक्रवार को कोटा जिले की देवली खुर्द में आयोजित जनसुनवाई के दौरान शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री के मदन दिलावर ने प्रवेश से वंचित 9 छात्र-छात्राओं को अतिरिक्त आयुक्त कॉलेज शिक्षा से बात कर महाविद्यालय में प्रवेश दिलाया।

साथ ही दोनों वर्गों को बालिका से सह शिक्षा में परिवर्तित किए जाने के प्रस्ताव भेज कर स्वीकृत कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए।शिक्षा मंत्री को राजकीय महाविद्यालय रामगंज मंडी के प्राचार्य संजय सिंह गुर्जर का पत्र लेकर पहुंचे इन 9 छात्र-छात्राओं ने बताया कि बजट घोषणा वर्ष 2021-22 की घोषणा की अनुपालन में राजकीय महाविद्यालय रामगंजमंडी (सह शिक्षा कला संकाय) में दो अतिरिक्त वर्ग स्वीकृत किए गए थे जिनके अंतर्गत केवल बालिकाओं को ही प्रवेश की अनुमति है। जिससे छात्र इनमें प्रवेश से वंचित रह जाते हैं।

गत सत्र में भी अतिरिक्त आयुक्त के पत्र के पश्चात अतिरिक्त वर्ग की शेष रिक्त सीटों पर फीस जमा करा चुके छात्रों का प्रवेश हो पाया था। इस वर्ष भी छात्र पुनः प्रवेश से वंचित हैं। अतः इन दोनों वर्गों को सह शिक्षा में परिवर्तित किया जाए तथा प्रवेश से वंचित छात्रों को उक्त अतिरिक्त वर्ग की सीटों पर प्रवेश दिया जाए। इस पर शीघ्र कार्यवाही करते हुए शिक्षा मंत्री ने अतिरिक्त आयुक्त कॉलेज शिक्षा से बात कर महाविद्यालय में प्रवेश दिलाया।शिक्षा मंत्री ने शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई सरकारी योजनाओं की प्रदर्शनी का अवलोकन किया।

महिला मजदूरों के बीच बैठकर खाई दाल-रोटी

शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर गुरूवार को कोटा जिले के देवली खुर्द गांव में आयोजित सरकार आपके द्वार समस्या समाधान शिविर में शामिल होने पहुंचे थे। रास्ते में भावपुरा गांव में शिक्षा मंत्री मजदूर महिलाओं से मिले और बड़ी सहजता के साथ जमीन पर बैठकर उनकी बात सुनी।

महिलाओं से बातचीत के दौरान शिक्षा मंत्री ने उनसे पूछा कि आज टिफिन में क्या है। इस पर महिलाओं ने बताया कि टिफिन में दाल और रोटी है। मंत्री ने जब कहा कि मुझे खिलाओ तब एक मजदूर महिला बोली आप मंत्री हैं हमारा हाथ का बनाया भोजन खाएंगे। इस पर मंत्री ने कहा कि मैं खाऊंगा।

इसके बाद शिक्षा मंत्री उन महिला मजदूरों के साथ बैठ गए और उनके टिफिन से दाल रोटी खाई। मंत्री को अपने हाथों से बना भोजन करते देख महिलाएं बहुत प्रसन्न थी। भोजन कराने वाली महिला ने कहा कि सभी नेता हर बार चुनाव में बस्ती में वोट मांगने तो आते हैं। लेकिन इस तरह से हम गरीब लोगों के हाथ से बना खाना किसी नेता ने नहीं खाया। ‘‘ये छै माह जैसा गरीब लोगान का असली नेता।

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