जयपुर. कोटा के संभागीय आयुक्त राजेंद्र विजय के ठिकानों पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीमों ने रेड की है। छापों के बाद कोटा संभागीय आयुक्त विजय को एपीओ कर दिया है। संभीगीय आयुक्त के आय से अधिक संपत्ति की शिकायतें हैं।
विजय के कोटा में 2 और जयपुर के एक ठिकानों पर तलाशी की जा रही है। दौसा में उनके निजी मकान को सील कर दिया है।
एसीबी काफी समय से विजय पर नजर रख रही थी। एसीबी ने मंगलवार को कोर्ट में अपनी जांच रिपोर्ट और शिकायत को रखा, जिसके आधार पर कोर्ट ने सर्च के आदेश दिए। बुधवार सुबह करीब साढ़े 6 बजे से राजेन्द्र विजय के 4 ठिकानों पर एसीबी सर्च कर रही है।
7 दिन पहले कोटा संभागीय आयुक्त का चार्ज लिया
राजेंद्र विजय को एसीबी की छापेमारी शुरू होने के करीब चार घंटे बाद संभागीय आयुक्त के पद से हटा दिया गया। उन्हें आठ दिन पहले ही पोस्टिंग मिली थी। कोटा में उनके सरकारी आवास और ऑफिस की तलाशी ली जा रही है। विजय के जयपुर में तारों की कूट स्थित आवास पर भी टीम सुबह से मौजूद है।
राजेन्द्र विजय मूलतः दौसा जिले के दुब्बी गांव के निवासी हैं। बुधवार सुबह टीम दुब्बी में उनके घर पहुंची तो गांव में खलबली मच गई। डिप्टी एसपी नवल मीना ने कार्रवाई करते हुए उनके मकान को सील कर दिया। कार्रवाई के दौरान विजय के पैतृक घर पर कोई मौजूद नहीं था।
कोटा कलेक्टर को अतिरिक्त जिम्मेदारी
राजेंद्र विजय की जगह कोटा के संभागीय आयुक्त की अतिरिक्त जिम्मेदारी कोटा कलेक्टर रविंद्र गोस्वामी को दी गई है। कार्मिक विभाग के संयुक्त शासन सचिव कनिष्क कटारिया ने एपीओ आदेश जारी किए हैं।