Alwar. खैरथल-तिजारा जिले में टपूकड़ा थाना क्षेत्र के बीबीपुर गांव में एक समुदाय विशेष के लोगों ने सिख परिवार पर हमला (Attack) कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। लाठी व फर्सियों से हुए हमले में परिवार के तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
बीबीपुर गांव निवासी पीड़ित परिवार के सुरेन्द्र सिंह ने पुलिस रिपोर्ट में धर्मपरिवर्तन के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। पीड़ित ट्रक चालक है और हमले के दौरान उसकी पत्नी और बेटी घर में अकेली थी। इस मामले में करीब 15 लोगों को नामजद किया गया है।
रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि गांव में उनका अकेला सिख परिवार है और आरोपी मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए लगातार दबाव बनाते हैं। हमले में सुरेन्द्र सिंह, उसकी पत्नी और बेटी गंभीर रूप से घायल हैं। जो अलवर के जिला अस्पताल में भर्ती हैं। घायलों के अस्पताल पहुंचते ही पूर्व विधायक बनवारी लाल सिंघल भी अस्पताल पहुंच गए और घटना की जानकारी ली।
इस मामले में कड़ी कार्रवाई कराई जाएगी और आरोपियों को गिरफ्तार कराया जाएगा। गांव में एकमात्र सिख परिवार को मुस्लिम धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन इस मंसूबे को सफल नहीं होने देंगे।
बीबीपुर निवासी सुरेन्द्र सिंह ने पुलिस रिपोर्ट में बताया है कि वह ट्रक ड्राइवर है और ट्रक लेकर बाहर गया हुआ था। घर पर पत्नी परमजीत कौर ओर बेटी अंजू थी। गांव आमीन, अरसद, रोबिन, स्सम सहित 10-15 लोग एकराय होकर आए और कहने लगे कि तुम विधर्मी हो।
जबकि गांव के सभी लोग मुस्लिम समुदाय के हैं। उन्होंने उन्हें घर से बाहर निकलने के लिए कहा और सभी लोगों ने घर में घुसकर हमला कर दिया। मारपीट करते हुए उन्होने धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया। धर्म परिवर्तन नहीं करने पर गांव छोड़ने की धमकी दी।
बेटी ने गांव से भागकर खेतो में काम कर रहे एक गांव के व्यक्ति के मोबाइल से मुझे घटना की जानकारी दी। उस समय वह िभवाड़ी में था। जब वह गांव पहुंचा और घर जा रहा था तो आरोपियों ने उसे गांव में घेर लिया और मारपीट पर उतारू हो गए। घर पहुंचकर घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया।
जबरन धर्मपरिवर्तन के लिए दबाव, वे मुस्लिम बनाना चाहते हैं : बनवारी लाल सिंघल
अस्पताल पहुंचे पूर्व विधायक बनवारी लाल सिंघल का कहना है कि बीबीपुर गांव में एकमात्र सिख परिवार है। गांव के मुस्लिम बहुल है। ये लोग एक परिवार को धर्मवर्तन करने के लिए दबाव बनाते हैं। ऐसा कई गांवों में हो रहा है। ये लोग गांवों में बच्चों को मास िखलाने का भी प्रयास करते हैं। ये जो आतंक है, लगातार बढ़ता जा रहा है। स्थानीय प्रशासन ध्यान रखे कि धर्म के आधार पर प्रताड़न नहीं मिलनी चाहिए। अगर इसमें कोई लापरवाही बरती गई तो हम भी जो एक्शन लेना होगा लेंगे। ये लोग गांव को हिंदूविहीन करना चाहते हैं। ये लोग षड़यंत्र पूर्वक कर रहे हैं। लेकिन इनके मंसूबे सफल नहीं होने देंगे।