मुंबई. मुंबई (Mumbai)में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) की शनिवार रात को गोली मारकर हत्या कर दी गई। एनसीपी नेता ने लीलावती अस्पताल पहुंचने पर दम तोड़ दिया। डॉक्टरों ने जांच में उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें सीने में तीन गोलियां लगी थीं। मुंबई पुलिस ने हत्या के मामले में दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर वारदात में इस्तेमाल पिस्तौल भी बरामद कर ली है। भागते हुए बदमाशों को भीड़ ने दबोच लिया।
लोगाें का कहना है कि हमलावरों ने बाबा सिद्दीकी को मारने के लिए छह राउंड फायरिंग की। इसमें 3 गोलियां उनके सीने में लगीं। उनकी कार बुलेट-प्रूफ होने के बावजूद गोली शीशे को चीरते हुए सीने में ला लगी।
मुंबई के खेतवाड़ी जंक्शन इलाके में एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी पर उस वक्त गोलीबारी हुई जब इलाके में अंधेरा था। स्ट्रीट लाइट बंद थीं पुलिस की ओर से दी गई शुरुआती जानकारी के मुताबिक वारदात में दो पिस्तोल का इस्तेमाल किया गया है।
मुंबई पुलिस ने 3 में से 2 शूटर्स को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि वे पिछले दो महीने से बाबा के घर और बेटे के ऑफिस की रेकी कर रहे थे। तीनों आरोपी ऑटो रिक्शा से शूटिंग स्पॉट पर पहुंचे थे।
सूत्रों के मुताबिक घटना के पीछे गैंगस्टर लॉरेंस गैंग के शामिल होने की आशंका है। लॉरेंस गैंग का नाम सामने आने के बाद एक्टर सलमान खान के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है। पुलिस की एक अतिरिक्त टीम तैनात की गई है। लॉरेंस गैंग ने सलमान के घर के बाहर 14 अप्रैल को फायरिंग कराई थी।
बाबा सिद्दीकी को एक पखवाड़े पहले जान से मारने की धमकी मिली थी। इसके बाद उन्हें पुलिस ने वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। इस सुरक्षा व्यवस्था में बाबा सिद्दीकी के साथ एक पुलिस कांस्टेबल तैनात था। बाबा सिद्दीकी पर हुए हमले के बाद उत्तर पश्चिम मुंबई के खेतवाड़ी जंक्शन इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस ने उस जगह को बैरिकेडिंग लगाकर कवर कर दिया है जहां बाबा सिद्दीकी पर फायरिंग की गई थी।
हत्या में एडवांस पिस्तौल का इस्तेमाल
पुलिस जांच में पता चला है कि बाबा सिद्दीकी को बेहद करीब से गोली मारी गई थी। तीनों हमलावरों ने अपना चेहरा रूमाल से ढक रखा था। गोली मारने के बाद वह भागने लगे। तभी भीड़ ने उनमें से दो को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। फिलहाल पुलिस की फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल से एक पिस्तौल और कारतूस के खोखे बरामद किए हैं। मौके से मिली पिस्तौल 9.9 MM की डिटैचेबल मैगजीन वाली बताई जा रही है। इसमें 13 राउंड होते हैं। यह पिस्तौल बहुत एडवांस बताई जा रही है।
दशहरा पर शोभयात्रा और पटाखों के शोर का फायदा उठाया
पुलिस का कहना है कि यह घटना उस वक्त हुई जब बाबा सिद्दीकी अपने बेटे जीशान के दफ्तर से निकल रहे थे। शनिवार को विजयदशमी थी। शोभायात्राएं उस इलाके से गुजर रही थीं। इसलिए इलाके में डीजे और पटाखों की आवाज गूंज रही थी। हमलावरों ने इसका फायदा उठाया और बाबा सिद्दीकी पर गोलियां चला दीं। घटना के बाद बाबा सिद्दीकी के समर्थक लीलावती अस्पताल के बाहर जमा हो गए।
सबसे पहले अस्पताल पहुंचे संजय दत्त, सुनीत दत्त को अपना मेंटर मानते थे सिद्दीकी
बाबा सिद्दीकी दिवंगत अभिनेता और राजनेता सुनील दत्त को अपना मेंटर मानते थे। वो हर साल उनकी डेथ एनिवर्सरी पर उन्हें याद करते हुए उनके साथ तस्वीरें शेयर किया करते थे। इस साल भी मई में उन्होंने सुनील दत्त के लिए एक पोस्ट शेयर की थी। एक समय में सुनील दत्त कांग्रेस से जुड़े थे और बाबा सिद्दीकी ने भी कांग्रेस से ही अपने करियर की शुरुआत की थी। कांग्रेस के लिए साथ काम करते हुए दोनों की दोस्ती गहरा गई। बाबा सिद्दीकी का सुनील दत्त के घर भी आना-जाना था, यही वजह है कि वो संजय के भी गहरे दोस्त थे। शनिवार रात को जब बाबा सिद्दीकी की मौत की खबर सामने आई तो संजय दत्त बॉलीवुड से लीलावती हॉस्पिटल पहुंचने वाले पहले शख्स थे।