अलवर.Synthetic milk शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान के अंतर्गत बुधवार को खाद्य सुरक्षा अिधकारियों के दल ने कार्रवाई कर सैंपल लिए। दो डेयरियों पर 150 किलो खराब पनीर और 400 लीटर मिलावटी दूध को नष्ट कराया। खाद्य सुरक्षा अधिकारी केशव गोयल के नेतृत्व में कार्रवाई के दौरान सरस डेयरी से कलाकंद, घी और दूध का सैंपल लिया।
उन्होंने बताया कि सरस डेयरी अलवर मे मिलावट की निरंतर शिकायतें मिलने पर अलवर में कलाकंद घी एवं दूध का नमूना लिया गया तथा साफ सफाई के निर्देश दिए। गांव काला कोठी रामगढ़ में मेसर्स इरफान डेयरी से पनीर, मेसर्स एच के डेयरी से पनीर के सैंपल लिए। निरीक्षण के दौरान दोनों डेयरियों पर तेल के खाली पीपे एवं दूध बनाने का पाउडर मिला। इन्हें मिलाकर पनीर एवं दूध तैयार किया जा रहा था।
पूछताछ पर पता चला कि यहां से पनीर तैयार होकर जयपुर एवं आसपास के क्षेत्रों में बिक्री के लिए भेजा जाता है। दोनों डेयरियों में क़रीब 150 किलो दूषित एवं मिलावटी पनीर एवं 400 लीटर दूषित एवं मिलावटी दूध जो पाउडर से तैयार किया जा रहा था उसे मौके पर ही नष्ट कराया गया। मेसर्स चौधरी डेयरी से घी का सैंपल लिया। बेलाका मोड से श्री जोधपुर स्वीट्स से मावा मिठाई का सैंपल लिया गया। साथ ही मिस्ठान भंडारों को सफाई रखने के निर्देश दिए गए।
डेयरी से दूध खरीदते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए
- दूध निकालने वाला साफ-सफाई का ध्यान रख रहा है या नहीं।
- जिस बर्तन में दूध को रखा गया है, वह साफ है या नहीं।
- ताजे दूध में कोई गंध नहीं आती है, जबकि खराब दूध में खट्टी या अप्रिय गंध होती है।
- ताजा व शुद्ध दूध का रंग सफेद होता है, जबकि मिलावटी दूध का रंग पीला या मटमैला हो सकता है।
- ताजा दूध बहुत ज्यादा पतला भी नहीं होना चाहिए। पतले दूध में पानी मिला हो सकता है।
सिंथेटिक दूध स्वास्थ्य के लिए घातक, हो सकता है कैंसर
चिकित्सकों का कहना है कि सिंथेटिक दूध के सेवन से शारीरिक विकास रुक सकता है। आंखों की रोशनी जा सकती है। हाथ-पैर सुन्न हो सकते हैं। लगातार प्रयोग से अल्सर व कैंसर का खतरा भी है। मतलब यह कि सिंथेटिक दूध का सेवन किसी मनुष्य को कभी लाचार कर सकता है। बलवान व बुद्धिमान बनने के लिए दूध पीने का नतीजा उलटा पड़ सकता है और इसकी वजह से व्यक्ति मंद बुद्धि व चलने-फिरने में भी लाचार हो सकता है।