जयपुर. आप यह सुनकर हैरान रह जाएंगे कि राजस्थान के लोग 60 करोड 70 लाख रुपए की तंबाकू एक दिन में खा जाते हैं। गर यहां एक साल का खर्चा लगाएं तो राजस्थान के 1 करोड़ 21 लाख 41 हजार लोग एक साल में 22 हजार 144 करोड़ का तंबाकू (Tobacco) खाकर थूक देते हैं।
प्रदेश में अगर एक दिन का आंकडा देखें तो 60 करोड़ 70 लाख रुपए की तंबाकू लोग रोजाना खाते हैं। और एक महीने में 1820 करोड़ की तंबाकू खा जाते हें। आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि कितनी बड़ी संख्या में लोग तंबाकू उत्पादों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
ये आंकड़े शिक्षित रोजगार केन्द्र प्रबंधक समिति यानी एसआरकेपीएस के वर्ष 2019 से वर्ष 2021 तक किए सर्वे के हैं। अब यह आंकड़ा और अिधक हो सकता है। संस्था ने इस सर्वे में थोक विक्रेता, डीलर, खुदरा विक्रेता, ट्रांसपार्टर और वािणज्यकर विभाग के कर्मचारयिों का सहयोग लिया है।
अलचा तंबाकू उत्पाद खाने में प्रदेश में दूसरे नंबर पर
राजस्थान में 15 साल की आयु से पहले 7 से 8 प्रतिशत, 20 से 34 साल की उम्र में 60 प्रतिशत तक तंबाकू का इस्तेमाल करते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सिगरेट से पर्यावरण में 7 हजार से अिधक रसायन निकलते हैं, जिनमें से 70 कैंसर के कारक हैं।
तंबाकू उत्पादों को खाने में अलवर प्रदेश् में दूसरे नंबर पर है। यानी अलवर में गुटखा खाने वाले लोगों की संख्या अधकि है। प्रदेश में तंबाकू खाने से रोजाना 200 लोगों की मौत होती है और देश में 4 हजार से अिधक। अलवर में यह 10 से 12 तक हो सकता है।
तंबाकू चबाने से मुंह के कैंसर के रोगी बढ़ रहे
ज्यादातर लोग तंबाकू चबाते हैं यानी गुटखा के रूप में तंबाकू खाते हैं। हालत ये हैं कि प्रदेश में अब मुंह के कैंसर के रोगियों में इलाफा हुआ है। अगर हम अकेले अलवर के आंकड़ों को देखें तो वर्ष 2023 तक 1276 कैंसर रोगी जिला अस्पताल में कीमो थैरेपी कराने पहुंचे। जिनमें 90 प्रतिशत मुंह के कैंसर के रोगी थे, जो करीब 8 व 10 साल से गुटखा चबा रहे थे। सबसे कम आंकड़ा जैसलमेर का है, जहां 1 लाख 9 हजार लोग करीब 55 लाख रुपए की तंबाकू रोजाना खाते हैं।
हम आपको ये भी बता रहे हैं कि इस गलतफहमी में नहीं रहें कि तंबाकू से सिर्फ कैंसर ही होता है। इसके इस्तेमाल से बीपी और हार्ट अटैक ज्रैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है। इससे 14 तरह के कैंसर भी होते हैं।
तंबाकू खाने वाले टॉप 5 जिले, यहां कैंसर के रोगी भी काफी
- सबसे अव्वल जयपुर में 11 लाख से अिधक लोग 5 करोड़ 51 लाख रुपए की तंबाकू खा जाते हैं।
- अलवर की बात करें तो यहां 7 लाख 47 हजार लोग रोजाना 3 करोड़ 74 लाख रुपए की तंबाकू खाते हैं।
- नागौर में 6 लाख 34 हजार लोग 3 करेाड़ 17 लाख रुपए की एक दिन में तंबाकू खा जाते हैं।
- जोधपुर में 6 लाख में 5 हजार लोग 3 करोड़ 2 लाख का तंबाकू ख जाते हैं।
- उदयपुर में 5 लाख 42 हजार लोग 2 करोड़ 71 लाख की तंबाकू खा जाते हैं।
मु्ंह व गले में कैंसर के प्रारम्भिक लक्षण
- मुंह व जीभ की परत पर धब्बे व छाले होना।
- मुंह में 3 सप्ताह से अिधक समय तक सूजन बने रहना।
- त्वचा व मुंह में गांठ होना या मोटा होना
- निगलते समय मुंह में दर्द होना या फिर बोलने में बदलाव होना।
- मुंह का घाव या छाले का ठीक नहीं होना।
“तंबाकू चबाने और धूम्रपान के काम में ली जा रही है वह फैंफड़ों के कैंसर को बीस गुना तक बढ़ा देती है। इससे पहले मुंह का खुलना पहले बंद हो जाता है। अलवर में बहुत ज्यादा संख्या में है। यहां तंबाकू चबाने का उपयोग ज्यादा किया जाता है।”
डॉ. विजयपाल यादव, लेप्रोस्कोपिक सर्जन
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